हरियाणा में कोरोनावायरस एक और नया मामला सामने आया है। अब संक्रमित मरीजों की संख्या 17 पहुंच गई है। बुधवार को सामने आई नई मरीज पानीपत की रहने वाली है, जो गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में बतौर नर्स नियुक्त थी। उसे अब पानीपत के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। पानीपत में अब मरीजों की संख्या तीन हो गई है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक संक्रमित नर्स पानीपत की ईदगाह कॉलोनी की रहने वाली है। वह मेदांता में काम करती थी। 22 मार्च को गुरुग्राम से पानीपत आई थी। यहां आने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद वह पानीपत के सिविल अस्पताल में कोरोना का सैंपल देने गई थी। उसी दिन उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर लिया गया था। मंगलवार देर रात उसकी रिपोर्ट आई है, जिसमें उसके पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। डॉक्टर उसपर लगातार नजर बनाए हुए हैं।

मंगलवार को दो मरीज आए थे सामने
मंगलवार को गुरुग्राम में दो मरीज सामने आए थे। अब गुरुग्राम में कुल मरीजों की संख्या 10 हो गई है। इसके अलावा पानीपत में तीन, फरीदाबाद में एक, सोनीपत में एक, पलवल में एक और पंचकूला में एक मरीज मिला था।
प्रदेश में अब तक 405 लोगों के लिए गए सैंपलों में 326 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। अभी 62 की रिपोर्ट का इंतजार है। उधर, पुलिस को ब्राजील, इजराइल, जर्मनी और भूटान के कई नागरिकों को बाहर भेजने के आदेश दे दिए गए हैं।
ये बोले हरियाणे के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का कहना है कि कारोना वायरस इम्पोर्टेड वायरस है। यह भारत में पैदा नहीं होता। इससे बचने के लिए इसके वाहक जो विदेशों से लौटे हैं उनसे बचना जरूरी है। सरकार ने उन्हें कोरांटीन किया है। यदि वह इसका पालन नहीं कर रहे तो पुलिस को इसकी जानकारी दें।

हरियाणा में 447 नए डॉक्टर किए नियुक्त
कोरोना से बचने के लिए हरियाणा सरकार ने 447 डॉक्टरों को नियुक्ति पत्र जारी कर दिया है। आपात स्थिति से निपटने के लिए शहरी स्थानीय निकाय और गृह विभागों के लिए 100-100 करोड़ रु. का रिवोल्विंग फंड बनाया जाएगा। यह निर्णय मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया।
4 और स्थानों पर कोरोना के टेस्ट की सुविधा जल्द निजी लैब में भी शुरू होगी। इन लैब में स्वास्थ्य विभाग द्वारा रेफर टेस्ट की लागत सरकार वहन करेगी। निजी लैब को स्वास्थ्य विभाग को सभी जांच रिपोर्ट के बारे में सूचित करना अनिवार्य होगा, जिसमें निजी मामले जो स्वास्थ्य विभाग द्वारा रेफर न किए गए हों, भी शामिल हैं।